निर्दशं ज्ञातिमरणं श्रुत्वा पुत्रस्य जन्म च । सवासा जलं आप्लुत्य शुद्धो भवति मानवः

यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है .

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