Adhyay : 5 Mantra : 61 Back to listings यथेदं शावं आशौचं सपिण्डेषु विधीयते । जननेऽप्येवं एव स्यान्निपुणं शुद्धिं इच्छताम् । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related