Adhyay : 4 Mantra : 125 Back to listings एतद्विद्वन्तो विद्वांसस्त्रयीनिष्कर्षं अन्वहम् । क्रमतः पूर्वं अभ्यस्य पश्चाद्वेदं अधीयते Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related