Adhyay : Mantra : 117 Back to listings प्राणि वा यदि वाप्राणि यत्किं चिच्छ्राद्धिकं भवेत् । तदालभ्याप्यनध्यायः पाण्यास्यो हि द्विजः स्मृतः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related