Adhyay : 3 Mantra : 53 Back to listings आर्षे गोमिथुनं शुल्कं के चिदाहुर्मृषैव तत् । अल्पोऽप्येवं महान्वापि विक्रयस्तावदेव सः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related