Adhyay : 3 Mantra : 23 Back to listings षडानुपूर्व्या विप्रस्य क्षत्रस्य चतुरोऽवरान् । विट्शूद्रयोस्तु तानेव विद्याद्धर्म्यानराक्षसान् । Leave a comment प्रक्षिप्त श्लोक यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related