Adhyay : 11 Mantra : 62 Back to listings व्रात्यता बान्धवत्यागो भृत्याध्यापनं एव च । भृत्या चाध्ययनादानं अपण्यानां च विक्रयः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related