अपने गुप्त अंगों को मत छुओ
मुहम्मद कहते हैं-”एक पुरुष को दूसरे पुरुष के गुप्त अंग नहीं देखने चाहिए“ न ही ”एक चादर के अंदर“ एक से अधिक लोगों को एक साथ सोना चाहिए (660)। इस सिलसिले में वे यह भी बतलाते हैं कि यहूदी लोग नंगे नहाते थे और एक दूसरे के गुप्त अंग देखते रहते थे। लेकिन मूसा अकेले ही नहाते थे। अपने नेता का अनुगमन न करने के लिए शर्मिन्दा होने की बजाय यहूदी लोग मूसा पर व्यंग कसने लगे। उन्होंने कहा कि अंडकोष वृद्धि के कारण मूसा अपने गुप्त अंगों को दिखाने से कतराते हैं। किन्तु अल्लाह ने मूसा की निर्दोषिता प्रमाणित की। एक बार, नहाते समय मूसा ने अपने कपड़े चट्टान पर रख दिए। पर चट्टान चल पड़ी। ”मूसा उसके पीछे पुकारते हुए दौड़ पड़े-ऐ पत्थर ! मेरे कपड़े ऐ पत्थर ! मेरे कपड़े !“ तब यहूदियों को उनके गुप्तांग देखने का अवसर मिला और वे बोले-”अल्लाह कसम ! मूसा को तो कोई रोग नहीं है“ (669)।
author : ram swarup