हदीस : अन्य असमर्थताएं

अन्य असमर्थताएं

आजाद हो जाने पर भी गुलाम अनेक असमर्थताओं का शिकार रहता है। वह किसी नए पक्ष के साथ मैत्री नहीं कर सकता। न ही वह भूतपूर्व स्वामी की अनुमति पाए बिना किसी पक्ष को मैत्री का प्रस्ताव पठा सकता है। ”जो कोई किसी गुलाम से उसके पहले के मालिक की स्वीकृति के बिना मैत्री करता है उस पर अल्लाह की और उसके फ़रिश्तों की और पूरी मानवजाति की ओर से लानत है“ (3600)।

author : ram swarup

 

5 thoughts on “हदीस : अन्य असमर्थताएं”

  1. हदीस किसकी यह भी नही बताया लेकिन में गुलामी पर व्यापक हदीसे अगर समय मिला तो यहां पेश करूंगी

    1. मोहतरमा शुरू से पढ़े होते तो मालुम होता की सहीह मुस्लिम हदीस से रोज लेख डाले जा रहे हैं |

  2. नमस्ते जी ।।
    वह कौन सी हदीस है जिसमे पाप क्षमा होने का वर्णन है ।
    उसका पता दीजिए ।

    1. इन्तजार करे सभी पर हमारे लेख आ रहे है | थोडा समय लगेगा | रोज हमारा हदीस पर लेख पढ़े आपको जानकारी मिल जाएगी | धन्यवाद |

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