गुंजोटी में एक भाई ने पूछा दक्षिण में बलिदान की अखण्ड परम्परा वीर वेदप्रकाश से आरम्भ हुई आपका यह कथन सत्य है। हैदराबाद सत्याग्रह का प्रथम सत्याग्रही कौन था? मैंने उ ार दिया कि मैंने पहला सत्याग्रही कौन था, यह भी भलीप्रकार से लिखा व बताया है। धर्म दीवाने पं. त्रिलोकचन्द्र शास्त्री जी प्रथम सत्याग्रही थे जिन्हें श्याम भाई ने बहुत पहले दक्षिण में खींच लिया। कहाँ कादियाँ! और कहाँ शोलापुर!! स्वामी स्वतन्त्रानन्द जी ने जेल नहीं जाने दिया। वह प्रचार तन्त्र के सेनापति बनाये गये। कवि ने इन रणवीरों के लिये ही तो लिखा हैः-
तेरे दीवाने जिस घड़ी दक्षिण दिशा को चल दिये,
हैरत में लोग रह गये दुनिया का दिल दहला दिया।