नारायण के अतिरिक्त और किसी की उपासना नहीं करनी
चाहिए। विघा प्राप्त करके मन की शुद्धि करनी चाहिए । और सत्य व्यवहार
पूर्वक आजीविकार्थ तथा अन्य सांसारिक कार्य करने उचित हैं ।
नारायण के अतिरिक्त और किसी की उपासना नहीं करनी
चाहिए। विघा प्राप्त करके मन की शुद्धि करनी चाहिए । और सत्य व्यवहार
पूर्वक आजीविकार्थ तथा अन्य सांसारिक कार्य करने उचित हैं ।