शरीर की वृ(ि इसलिए होती है कि उसमें चेतन’आत्मा’ है। गाड़ी में आत्मा है नहीं, इसलिए उसकी वृ(ि नहीं होती है। गाड़ी में इंजन होता है, वह भी जड़ (चेतना-रहित) है।
शरीर की वृ(ि इसलिए होती है कि उसमें चेतन’आत्मा’ है। गाड़ी में आत्मा है नहीं, इसलिए उसकी वृ(ि नहीं होती है। गाड़ी में इंजन होता है, वह भी जड़ (चेतना-रहित) है।