संसार में पूर्ण सुख मानना, यह मानव जीवन की सबसे बड़ी भूल है। यहाँ पूर्ण सुख नहीं है, मगर हम पूर्ण सुख मान बैठे हैं। लोग यहाँ दुनिया में सुख ढूँढ़ते हैं, जो कि बिल्कुल नहीं मिलेगा। लोग दुनिया में न्याय ढूँढ़ते हैं, वो बिल्कुल नहीं मिलेगा। यहाँ तो कदम-कदम पर अन्याय होता है। भयंकर दुख भोगने पड़ते हैं। इसलिये सबसे बड़ी भूल यह मानना है कि- ‘संसार में सुख मिलेगा।’ इस बात को याद रखें और मोक्ष की तैयारी करें। हाँ, मोक्ष में अवश्य पूर्ण सुख मिलेगा।
संसार में मनुष्य की सबसे बड़ी भूल है – भौतिक (प्राकृतिक( सुखों को लक्ष्य बनाना, मोक्ष को लक्ष्य नहीं बनाना। यही हमारे दःुखों का कारण है।