माँसाहार पाप है और लाश खाने के समान है। आजकल दुनिया में अधिकांश लोगों को ऐसा करते देखते हैं, तो क्या उनको मोक्ष प्राप्ति नहीं हो सकती?

आपने बिल्कुल ठीक कहा। ऐसे लोगों को मोक्ष प्राप्त नहीं हो सकता। मांस, अंडे खाने वाले, भ्रष्टाचार करने वाले इनको किसी को मोक्ष प्राप्त नहीं हो सकता। यम नियम में खान-पान की शु(ि, मन की शु(ि, अंदर- बाहर की शु(ि, अहिंसादि, ये बातें बताई गई हैं। यह सब करना ही पड़ेगा, तभी मोक्ष होगा।

6 thoughts on “माँसाहार पाप है और लाश खाने के समान है। आजकल दुनिया में अधिकांश लोगों को ऐसा करते देखते हैं, तो क्या उनको मोक्ष प्राप्ति नहीं हो सकती?”

  1. उत्तर तो आपका ठीक है पर मेरा एक सवाल है की मान लीजिए अगर में अगले जन्म में कोई दूसरे पश्चिम देश में जन्म लेता हूं और वहां हमारे है जो माता-पिता होंगे वह मांसाहारी होंगे तो मैं भी बचपन से मांसाहार करता हुआ बड़ा होऊंगा तो क्या मुझे भी पाप लगेगा।

    या जैसे कि मैं इस जन्म में शाकाहारी हूं तो क्या अगले जन्म में भी मैं शाकाहारी होऊंगा और यह विचार जो मुझे मांसाहार करने से रोकता है क्या वह अगले जन्म मे भी मेरे साथ होगा कृपया उत्तर ज़रूर दीजिएगा|

  2. जैसे कि मैं इस जन्म में शाकाहारी हूं तो क्या अगले जन्म में भी मैं शाकाहारी होऊंगा और यह विचार जो मुझे मांसाहार करने से रोकता है क्या वह अगले जन्म मे भी मेरे साथ होगा कृपया उत्तर ज़रूर दीजिएगा|

    1. aapka agalaa janm aake vartmaan janm ke karmon ke falon ka hee parinaam hoga.
      Vyakti janm se shakahari hee hota hai aur swyam mansahar aadi durgunon ko apanane ka nirnay leta hai .
      vedic siddhanton ke anusar vyakti karm karne men swatantra hai atah aapka mansahari hona ya na hona aapke nirnay par hee nirbhar karega

  3. साइंटिस्ट लोग कहते है कि 2050 तक दुनिया मे ज्यादातर लोग शाकाहारी होंगे आप को क्या लगता है?

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