पाकिस्तानी हमारे जवानों को बार-बार धोखे से मारते हैं, क्या हमें उनको नहीं मारना चाहिए? मारना हिंसा है, तो क्या करे?

पाकिस्तानी लोग हमारे जवानों को मारते हैं तो हमारे जवान भी उनको मारेंगे, वे चुपचाप क्यों बैठेंगे? ईंट का जवाब पत्थर से देंगे। सेना विभाग क्षत्रियों का है। कोई विदेशी शत्रु हमारे घर में घुसेगा, तो क्षत्रिय उसको नहीं घुसने देंगे, उसको दण्ड देंगे।
पाकिस्तानी हमारे देश में घुसता है, तो क्या यह न्याय है या अन्याय? अन्याय है न। अन्याय का विरोध करना, यह न्याय है। वो हमारे देश में क्यों घुसता है? आप अपने घर में रहो, हम अपने घर में रहेंगे। आप जबरदस्ती हमारे घर में घुसेंगे, तो हम उसका प्रतिकार करेंगे। यह हमारा जन्मसि( अधिकार है। यह हमारी मातृ-भूमि है। इसकी रक्षा करना हमारा कर्तव्य है, हमारा धर्म है। कोई भी विदेशी शत्रु हमारे घर में घुसेगा, हम उसका दिमाग ठीक कर देंगे। हम उसको मार-पीट कर बाहर निकाल देंगे। और ज्यादा गड़बड़ करेगा, तो पूरा ही मार डालेंगे। इसका नाम हिंसा नहीं है। इसका नाम अहिंसा है। हिंसा के विरु( व्यवहार अहिंसा है।
वह अन्यायपूर्वक हमारे देश में घुसता है। इसलिए हिंसा तो उसने की, हमने थोड़े की। हमने तो उस हिंसा का विरोध किया, तो वह अहिंसा हुई।
यह काम क्षत्रिय विभाग को दे देंगे, वो अपना काम करता रहेगा। हम अपने योगाभ्यास में, अपने क्षेत्र में काम करेंगे। इस तरह से इसका उत्तर समझना चाहिये।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *