मुझे भी स्वीकार है कि मोक्ष से वापस तो लौटना पड़ेगा। मोक्ष से लौट कर फिर जन्म लेंगे तो पुनः दुःख आ जायेंगे। आप कहते हैं कि – ”जब लौट कर वापस आएंगे तो फिर मोक्ष में जाने का फायदा ही क्या हुआ?”इस शंका का उत्तर हैः-
स मेरा एक प्रश्न है – दोपहर में भूख लगी तो आपने खाना खा लिया। क्या शाम को भूख नहीं लगेगी? यदि शाम को भूख लगेगी, तो फिर दोपहर में खाने का क्या लाभ हुआ? खाना, खाना बेकार हुआ न। बताइए, खाना खाया आपने, वो उपयोगी हुआ कि बेकार गया? उपयोगी हुआ। कारण कि, इससे छह घंटे तक उस भूख के दुःख से छुटकारा हो गया। दोपहर बारह बजे भूख लगी तो आपने यह सोचकर भोजन किया कि शाम को फिर भूख लगेगी तो फिर खा लेंगे। अभी छह घंटे तो कम से कम इस भूख से जान छूटे।
स अगर छह घंटे तक भूख के दुःख से छुटकारा पाने के लिए आप भोजन करते हैं, तो इकतीस नील दस खरब चालीस अरब वर्षों तक दुःख से छुटकारा पाने के लिए (मोक्ष के लिए( प्रयास क्यों न करें? करना चाहिए। इसलिए मोक्ष के लिए अभी प्रयास करो।
स जब दोबारा भूख लगेगी तो दोबारा खा लेंगे, और जब दोबारा मोक्ष से लौट कर आएंगे तो दोबारा फिर चले जाएंगे।
स ऐसा तो नहीं है कि मोक्ष केवल एक ही बार मिलेगा, फिर मिलेगा ही नहीं। भगवान ने कोई रोका थोड़े ही है। वो कहता है- दोबारा फिर कर्म करो, फिर आ जाना मोक्ष में। दोबारा रास्ता खुला है। हम बार-बार मोक्ष में जाएंगे और वहाँ अपना कर्मफल भोगेंगे और फिर वापस आ जाएंगे। फिर दोबारा कर्म करेंगे, फिर चले जाएंगे। इसलिए बार-बार मोक्ष प्राप्ति के लिए प्रयास करना चाहिए।