सूत्र :अद्रव्यवत्त्वेन नित्यत्वमुक्तम् 2/1/13
सूत्र संख्या :13
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : वायु नित्य है, क्योंकि उसकी उत्पत्ति का कारण कोई द्रव्य उपलब्ध नहीं होता। जैसे पृथ्वी आदि तीनों अवान्तर प्रलय में नष्ट हो जाते हैं और पुनः अवान्तर सर्ग में अपने कारण द्रव्य से उत्पन्न् होते हैं, वैसे वायु नहीं होता, इसलिए वह नित्य है। अब पृथिवी आदि भांति वायु का अनेक होना सिद्ध करते हैं।