सूत्र :सर्पि-र्जतुमधूच्छिष्टानामग्निसंयोगाद्द्रवत्वमद्भिः सामान्यम् 2/1/6
सूत्र संख्या :6
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : यद्यपि घी लाख और मोम आदि वस्तु तन्तुओं में बहना पाया जो है, परन्तु उनमें बहना अग्नि के संयोग से है। बिना अग्नि के संयोग के उनमें बहने का गूण नहीं पाया जाता। इसलिए उनमें यह गुण नैमित्तिक है, स्वाभाविक नहीं पानी में गुण सामान्य है अतः उसका स्वाभाविक गुण है।
प्रश्न- रांग और चाँदी आदि में भी बहने का गुण पाया जाता है?