सूत्र :द्रव्ये द्रव्यगुणकर्मापेक्षम् 8/1/7
सूत्र संख्या :7
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : द्रव्य में द्रव्य, गुण और कर्म की अपेक्षा से ज्ञान उत्पन्न होता है। जैसे किसी ने कहा, कि ‘‘घंटे वाली सफेद गाय जाती है’’ इसमें गाय द्रव्य है, घंटा उसमें विशेषता उत्पन्न करने वाली है और सफेद गुण है और जाना कर्म है इस वास्ते विशेष को जाने बिना विशिष्ट का ज्ञान नहीं हो सकता और नहीं सम्बन्ध के बिना विशेष्य हो सकता है। तात्पये यह है, कि द्रव्य का ज्ञान नहीं होता।
प्रश्न- क्या गुण कर्म के ज्ञान में भी गुण कर्म की आवश्यकता है या नहीं?