सूत्र :ज्ञाननिर्देशे ज्ञान-निष्पत्तिविधिरुक्तः 8/1/3
सूत्र संख्या :3
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : ज्ञान जिस कारण से जिस प्रकार उत्पन्न होता है उसी प्रकार का ज्ञान कहलाता है। अर्थात् जिस विषय का ज्ञान और जिस प्रकार का ज्ञान हो और जिस धर्म वाला ज्ञान हो उसके वर्णन करने में उसकी उत्पत्ति के कारण को साथ लेकर वर्णन होता है जैसे चक्षु द्वारा जो प्रत्यक्ष होता है उसका नाम चाक्षुक प्रत्यक्ष है इसी प्रकार और भेदों में भी विचार लेना चाहिये।
प्रश्न- उत्पत्ति की विधि किस प्रकार की है?