सूत्र :रूपाणां रूपम् 1/1/28
सूत्र संख्या :28
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : परमाणु में रहने वाले सूक्ष्म रूप् आदि गुणों से बहुत बड़े गुण उत्पन्न होते हैं आशय यह है कि जो गुण कारण में होते हैं, उन ही गुणों को कार्य में प्रादुर्भाव होता है। इसलिए रूप आदि गुणों का कार्य गुण है। कारण के संयोग से कार्य गुण उत्पन्न होते हैं। सूत्र में यद्यपि रूप ही बतलाया है परन्तु यह केवल निदर्शन मात्र हैं शेष गुणों का भी ग्रहण कर लेना उचित है।