सूत्र :एकस्मिन्भेदाभावा-द्भेदशब्दप्रयोगानुपपत्तेरप्रश्नः II4/2/11
सूत्र संख्या :11
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : यह प्रश्न कि प्रत्येक अवयव में सम्पूर्ण अवयवी रहता है या उसका कोई भाग? अयुक्त और असंगत है। क्योंकि अवयवों के समुदाय को अवयवी कहते हैं, उसमें और अवयवों में कोई भेद नहीं है। शर्करा का एक अणु भी शर्करा ही है, नमक की एक डेली भी नमक ही कहलाती है। जब अवयव और अवयवी में भेद ही नहीं जो भेद की कल्पना करके यह प्रश्न करना कि ‘अवयवीसब देशों में रहता है वा एक देश में, नहीं बन सकता। अब दूसरे हेतू का खण्डन करते हैं-