सूत्र :न शब्दगुणोपलब्धेः II3/1/74
सूत्र संख्या :74
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : यह बात ठीक नहीं कि इन्द्रिय अपने गुण को ग्रहण नहीं कर सकते, क्योंकि कान अपने गुण शब्द को ग्रहण करते हैं, अर्थात् जब कान बन्द कर लिए जाते हैं तो वे भीतर के शब्द को सुनते हैं। अब इसका उत्तर देते हैं-