सूत्र :शब्दार्थव्यवस्थानादप्रतिषेधः II2/1/53
सूत्र संख्या :53
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : जो कि शब्द का अर्थ नियत है, अर्थात् जिस शब्द का जो अर्थ नियत है, उसका वही अर्थ लिया जाता है, अन्य नहीं। जिससे स्पष्ट जाना जाता है कि शब्द और अर्थ का सम्बन्ध है। यदि शब्द और अर्थ का कुछ भी सम्बन्ध न होता तो घट शब्द के कहने से केवल घड़े का बोध न होता, किन्तु अन्य पदार्थों को भी होता। अतः शब्द और अर्थ की व्यवस्थिति होने से इन दोनों का संबंध अनिवार्य है, इसका उत्तर देते हैं-