सूत्र :आप्तोपदेशसामर्थ्याच्छब्दादर्थसम्प्रत्ययः II2/1/50
सूत्र संख्या :50
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : शब्द और अनुमान एक नहीं, क्योंकि अनुमान व्यक्ति ज्ञान से प्रमाण माना जाता है और शब्द आप्तोपदेश होने से। आप्तोपदेश पर विश्वास का होना हीं शब्द प्रमाण हैं, किन्तु अनुमान में किसी के विश्वास या भरोसे से काम नहीं लिया जाता, उसमें प्रत्यक्ष का कारण लिंग और लिंगी तथा उनके सम्बन्ध का ज्ञान है। परन्तु शब्दप्रमाण में प्रत्यक्ष का कारण केवल शब्द और अर्थ का सम्बन्ध ही नहीं है, किन्तु मुख्य कारण आप्तोपदेश पर विश्वास है। इसलिए शब्दप्रमाण अनुमान के अन्तर्गत नही हो सकता। शब्द और अर्थ के संबंध को मानकर जो हेतु दिया था, अब उसका खण्डन करते हैं।