सूत्र :तेजस उष्णता 2/2/4
सूत्र संख्या :4
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : तेज का स्वाभाविक गुण उष्णता है, इसलिए अग्नि का लक्षण उष्णता ही मानना योग्य है। क्योंकि जो जिसका स्वाभाविक गुण है वही उसका स्वाभाविक लक्षण हो सकता है।
प्रश्न- क्या रूप तेज का लक्षण नहीं?
उत्तर-रूप भी तेज का गुण है किन्तु इन्द्रिय से अनुभव करने के योग्य गर्मी भी अग्नि का लक्षण है।