सूत्र :गुणत्वात् 7/2/14
सूत्र संख्या :14
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : संयोग के गुण होने से शब्द के साथ के जो गुण हैं किस प्रकार संबंध हो सकता है और शब्द गुण का घट आदि द्रव्य के साथ भी सम्बन्ध नहीं हो सकता, क्योंकि संयोग द्रव्य से द्रव्य का होना हो सकता है परन्तु शब्द गुण है इसलिए शब्द का अर्थ के साथ संयोग सम्बन्ध नहीं हो सकता।
प्रश्न- क्या गुण का गुण का गुण के साथ संयोग नहीं हो सकता? अर्थात् शब्द का अर्थ जहां गुण हो वहां तो संयोग होगा?