DARSHAN
दर्शन शास्त्र : सांख्य दर्शन
 
Language

Darshan

Adhya

Shlok

सूत्र :तत्र प्राप्तविवेकस्यानावृत्तिश्रुतिः II1/83
सूत्र संख्या :83

व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती

अर्थ : इस श्रुति में भी प्राप्त विवेक ही के वास्ते वैदिक कमों से अनावृत्ति से मानी गई है। यदि ऐसा न मानो तो दूसरी श्रुतियों से जो ब्रह्यलोक से पुनरावृत्ति का कथन करती है, विरोध होकर दोनों का प्रमाण नही रहेगा, इसलिए प्राप्त विवेक ही से मुक्ति माननी चाहिए।

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: fwrite(): write of 34 bytes failed with errno=122 Disk quota exceeded

Filename: drivers/Session_files_driver.php

Line Number: 263

Backtrace:

A PHP Error was encountered

Severity: Warning

Message: session_write_close(): Failed to write session data using user defined save handler. (session.save_path: /home2/aryamantavya/public_html/darshan/system//cache)

Filename: Unknown

Line Number: 0

Backtrace: