सूत्र :वाच्यवाचकभावः सम्बन्धः शब्दार्थयोः II5/37
सूत्र संख्या :37
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : शब्द के अर्थ में वाच्यता-शक्ति रहती है और शब्दमें वाचकता-शक्ति रहा करती है, इसको ही शब्द और अर्थ का वाच्य-वाचकभाव सम्बन्ध कहते हैं अर्थात् शब्द अर्थ को कहा करते हैं, और अर्थ शब्द से कहा जाता है। यही इन शब्दार्थों का सम्बन्ध हैं। उस वाच्य वाचकतारूप शक्ति को कहते हैं।