DARSHAN
दर्शन शास्त्र : सांख्य दर्शन
 
Language

Darshan

Adhya

Shlok

सूत्र :मातापितृजं स्थूलं प्रायश इतरन्न तथा II3/7
सूत्र संख्या :7

व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती

अर्थ : स्थूल शरीर दो तरह के होते हैं एक तो वह माता-पिता के संगम से पैदा होते हैं, दूसरे वह जो बिना माता-पिता के उत्पन्न हों, जैसे वर्षा ऋतु में वोर बहूटी इत्यादिक होते है। प्रश्न- पूर्व सूत्रों से साबित हुआ कि तीन प्रकार के शरीर हैं, लेकिन पुरूष कौन से शरीर की उपाधियों से सुख-दुःख का भोक्ता होता है।

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: fwrite(): write of 34 bytes failed with errno=122 Disk quota exceeded

Filename: drivers/Session_files_driver.php

Line Number: 263

Backtrace:

A PHP Error was encountered

Severity: Warning

Message: session_write_close(): Failed to write session data using user defined save handler. (session.save_path: /home2/aryamantavya/public_html/darshan/system//cache)

Filename: Unknown

Line Number: 0

Backtrace: