सूत्र :तद्बीजात्संसृतिः II3/3
सूत्र संख्या :3
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : बाईस तत्त्व शरीर के कारण हैं, और देखने में ऐसा ही आता है कि कारण के बिना कार्य की उत्पत्ति नहीं होती, अतः उन्हीं बाईस तत्त्वों से संसार की उत्पत्ति होती है। अब संसार को अवधि को भी कहते हैं-