DARSHAN
दर्शन शास्त्र : सांख्य दर्शन
 
Language

Darshan

Adhya

Shlok

सूत्र :आविवेकाच्च प्रवर्तनमविशेषाणाम् II3/4
सूत्र संख्या :4

व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती

अर्थ : अविशेष जो सूक्ष्म भत हैं उनकी सृष्टि प्रवृत्ति तभी तक रहती है जब तक विवेक नहीं होता। ज्ञान के होते हर सूक्ष्म भूतों की प्रवृत्ति नही रहती। प्रश्न- यदि अविवेक के ही वास्ते सृष्टि का होना है तो महाप्रलय में भी सृष्टि का होना योग्य है क्योंकि उस अवस्था में भी अविवेक बना रहता है?

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: fwrite(): write of 34 bytes failed with errno=122 Disk quota exceeded

Filename: drivers/Session_files_driver.php

Line Number: 263

Backtrace:

A PHP Error was encountered

Severity: Warning

Message: session_write_close(): Failed to write session data using user defined save handler. (session.save_path: /home2/aryamantavya/public_html/darshan/system//cache)

Filename: Unknown

Line Number: 0

Backtrace: