DARSHAN
दर्शन शास्त्र : सांख्य दर्शन
 
Language

Darshan

Adhya

Shlok

सूत्र :त्रयाणां स्वालक्षण्यम् II2/30
सूत्र संख्या :30

व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती

अर्थ : मन की ती वृत्तियां जो चित्त, अहंकार और बुद्धि हैं, उनका पृथक्-पृथक् लक्षण विदित होता है। अभिमान के समय अहंकार, विचार के समय चित्त और ज्ञान के समय बुद्धि स्वतः विदित होती है।

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: fwrite(): write of 34 bytes failed with errno=122 Disk quota exceeded

Filename: drivers/Session_files_driver.php

Line Number: 263

Backtrace:

A PHP Error was encountered

Severity: Warning

Message: session_write_close(): Failed to write session data using user defined save handler. (session.save_path: /home2/aryamantavya/public_html/darshan/system//cache)

Filename: Unknown

Line Number: 0

Backtrace: