DARSHAN
दर्शन शास्त्र : सांख्य दर्शन
 
Language

Darshan

Adhya

Shlok

सूत्र :परिमाणात् II1/130
सूत्र संख्या :130

व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती

अर्थ : प्रकृति पुरूष परिमित भाव से रहते हैं, कभी घटते बढ़ते नहीं। इसी सबब उनको कार्य नहीं नहीं कह सकते, क्योंकि-