सूत्र :हेतुमदनित्यमव्यापि सक्रियमनेकमाश्रितं लिङ्गम् II1/124
सूत्र संख्या :124
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : उत्तर- हेतुमान अर्थात् कारण वाला, अनित्य अर्थात् हमेशा एक-सा जो न अव्यापि अर्थात् एक देश में रहने वाला, सहत्रय-त्रिया की अपेक्षा वाला, अनेक जिसके अलग-अलगभेद मालूम होवें, आश्रित कारण के अधीन इसकीलिंग अर्थात् कार्य के पहिचानने का चिन्ह कहते हैं।