सूत्र :उत्तरस्याप्रतिपत्तिरप्रतिभा II5/2/19
सूत्र संख्या :19
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : प्रतिपक्षी के आक्षेप का किसी कारण से उत्तर न दे सकना अप्रतिभानामक निग्रहस्थान कहलाता है। अर्थात् समय पर आक्षेप का उत्तर भय, या विस्मृति के कारण न देना अप्रतिभा है। अब विक्षेप का लक्षण कहते हैं:-