DARSHAN
दर्शन शास्त्र : न्याय दर्शन
 
Language

Darshan

Adhya

Anhwik

Shlok

सूत्र :व्याहतत्वादयुक्तम् II4/1/40
सूत्र संख्या :40

व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती

अर्थ : यदि घोड़ा गाय की अपेक्षा से है तो गाय किसकी अपेक्षा से है, यदि कहो घोड़ें की तो इसमें अन्यान्याश्रय दोष आयेगा। दोनो अपनी-अपनी सिद्धि में एक दूसरें के आक्षित होंगे। जिससे अनवस्था दोष उत्पन्न होगा। इसलिए सम्पूर्ण पदार्थ अपनी सिद्धि में निपेक्ष हैं। अब संख्यावाद की परीक्षा की जाती हैं-

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: fwrite(): write of 34 bytes failed with errno=122 Disk quota exceeded

Filename: drivers/Session_files_driver.php

Line Number: 263

Backtrace:

A PHP Error was encountered

Severity: Warning

Message: session_write_close(): Failed to write session data using user defined save handler. (session.save_path: /home2/aryamantavya/public_html/darshan/system//cache)

Filename: Unknown

Line Number: 0

Backtrace: