सूत्र :तल्लक्षणावरोधादप्रतिषेधः II4/1/31
सूत्र संख्या :31
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : प्रत्येक पदार्थ में भूतों के लक्षण पाये जाते हैं, क्योंकि वे सब भूतों से बने हैं, जैसे घट पृथ्वी के परमाणुओं से बना हुआ है, पृथ्वी के परमाणु नित्य है। यद्यपि घट छिन्न-भिन्नहोकर नष्ट हो जाता है, तथापि उसके परमाणुओं का नाश नहीं होता, वे सदा किसी न किसी अवस्था में वर्तमान रहते हैं। जब समस्त पदार्थ उन्हीं परमाणुओं से बने हैं, तब उनकी नित्यता का निषेध नहीं हो सकता, क्योंकि भूतों का लक्षण उनमें भी विद्यमान है। फिर वादी कथन की पुष्टि करता हैः