DARSHAN
दर्शन शास्त्र : न्याय दर्शन
 
Language

Darshan

Adhya

Anhwik

Shlok

सूत्र :न करणाकरणयोरारम्भदर्शनात II3/2/74
सूत्र संख्या :74

व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती

अर्थ : आत्मा बद्ध होकर कर्म करता है मुक्त होकर नहीं करता। जब करना न करना इन दोनों का आरम्भ देखा जाता है, तब तत्व ज्ञान होने पर कर्म का त्याग मुक्त जीव को शरीर के बन्धन में नहीं पड़ने देगा। मन भी शरीरोत्पत्ति का कारण नहीं हैं:-