सूत्र :नोत्पत्तिकारणानपदेशात् II3/2/23
सूत्र संख्या :23
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : . बुद्धि की उत्पत्ति का कोई कारण नहीं बतलाया, मन और इन्द्रियों का संयोब केवल ज्ञान का उद्बोधक हैं न कि उत्पादक, जब बुद्धि का कोई उपादान नहीं और उसको नित्य एंव विभु आत्मा का गुण बतलाया है, तो उसके नित्य होने में सन्देह क्या है ? इसी आक्षेप की पुनः पुष्टि करते हैं:-