सूत्र :नानुमीयमानस्य प्रत्यक्षतोऽनुपलब्धिरभावहेतुः II3/1/34
सूत्र संख्या :34
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : जो वस्तु अनुमान से सिद्ध है, उसका प्रत्यक्ष से न ग्रहण किया जाना अभाव का कारण नहीं हो सकता। जैसे चन्द्रमा का पिछला भाग और पृथ्वी का नीचे का भाग हमको नहीं दीखता, परन्तु अनुमान से सिद्ध है इसलिए सब मानते हैं ऐसे ही आंख की ज्योति यदि प्रत्यक्ष नहीं तो अनुमान से तो सिद्ध है। इसलिए उसका अभाव नहीं माना जा सकता। फिर इसी की पुष्टि करते हैं-