सूत्र :प्रमाण विपर्यय विकल्प निद्रा स्मृतयः ॥॥1/6
सूत्र संख्या :6
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द
अर्थ : पद०-एकपद्०।
पदा० - (प्रमाणविपर्ययविकल्पनिद्रास्मृतयः) प्रमाण, विपर्यय, विकल्प, निद्रा, स्मृति, यह पांच वृत्तियें है।।
सं० - अब प्रमाणवृत्ति का लक्षण करते हुए उसका विभाग कथन करते हैं:-