सूत्र :नाशक्योपदेशविधिरुपदिष्टेऽप्यनुपदेशः II1/9
सूत्र संख्या :9
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : निष्फल कर्म के निमित्त वेद में कभी उपदेष नही हो सकता क्योकि असम्भव कि लिये उपदेष करना भी न करने के समान है, अतएव दुःख जीव का स्वाभाविक गुण नही किन्तु नैमित्तिक है।