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दर्शन शास्त्र :
सांख्य दर्शन
Language
HINDI
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Darshan
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Adhya
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सूत्र :
अविशेषश्चोभयोः II1/6
सूत्र संख्या :
6
व्याख्याकार :
स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ :
यदि मोक्ष की अन्य सुखों के समान माना जावे तो दोनों बातें समान हो जावेंगी, परन्तु क्षणिक सुख को महाकल्प पर्यन्त सुख के समान समझना बड़ी मूर्खता है।
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