सूत्र :न स्वभावतो बद्धस्य मोक्ष-साधनोपदेशविधिः II1/7
सूत्र संख्या :7
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : दुःख जीव का स्वाभाविक गुण नही, क्योकि जो गुण स्वभाव से होता है, वह गुणी से अलग नही होता है, वह गुणी से अलग नही होता अतएव दुःख के नाश के कथन से ही प्रतीत होता है, कि दुःख जीव का स्वाभाविक गुणी से अलग हो नही सकता।