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दर्शन शास्त्र :
सांख्य दर्शन
Language
HINDI
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सूत्र :
नासदुत्पादो नृशृङ्गवत् II1/114
सूत्र संख्या :
114
व्याख्याकार :
स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ :
असत् किसी वस्तु का कारण नहीं हो सकता, जैसे-मनुष्य के सींग नहीं, इसलिए संसार में उसका कोई कार्य भी नही होता, न उससे कोई कुछ बना सकता हैं।
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