सूत्र :न कालनियमो वामदेववत् II4/20
सूत्र संख्या :20
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : इातने दिनों में विवेक उत्पन्न होगा, ऐसा कोई नियम हनीं हैं, क्योंकि वामदेव नाम वालेऋषि को पूर्व जन्म के संस्कारों के कारण थोड़े ही दिनों में विवेक उत्पन्न हो गया था।