सूत्र :इन्द्रियेषु साधकतमत्व-गुणयोगात्कुठारवत् II2/39
सूत्र संख्या :39
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : जैसे कि पेड़ के काटने में चोट का मारना मुख्य कारण है और उसके काटने का मुख्य साधन कुल्हाड़ा है, इस ही प्रकार इन्द्रियों को करणत्व और मन को साधकत्व का योग है।
प्रश्न- जबकि अहंकार भी इन्द्रिय माना गया है तो म नही मुख्य कारण है, ऐसा कहना अयोग्य है?