सूत्र :अप्रतिघातात्संनिकर्षोपपत्तिः II3/1/46
सूत्र संख्या :46
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : कांच, अभ्रक और स्फटिक आदि पदार्थ स्पच्छ होने से आंखों की किरणों को रोक नहीं सकते, इसलिए उनका आवरण होने पर भी संयोग में रूकावट नहीं होती। संयोग की उपस्थिति होने पर भी ग्रहण होता है और यह समझना कि भौतिक पदार्थों में रूकावट होती है, इसका उत्तर अगले सूत्र में देते हैं-