सूत्र :व्यक्तिर्गुणविशेषाश्रयो मूर्तिः II2/2/69
सूत्र संख्या :69
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : जिसमें गुरुत्व, कठिनत्व, द्रवत्व आदि गुण विशेष हों ऐसे मूर्तिमान् द्रव्य संघात को व्यक्ति कहते है। गुणाश्रय आत्मा, आकाश, काल आदि अमूर्तिमान् द्रव्य भी हैं, परन्तु सूत्र में मूर्ति का विशेषण देने से उनका ग्रहण नहीं किया जा सकता। अब सूत्रकार आकृति का लक्षण कहते हैं:-